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  • 4-    सांख्य दर्शन के संस्थापक महर्षि कपिल

    इनका प्रादुर्भाव मिथिला भूमि पर हुआ था। भारत में विश्व रचना विज्ञान के प्रवर्तक महर्षि कपिल थे। उन्होंने ही सर्वप्रथम भारत को विश्वरचना का रहस्य बतलाया था। वे मनु के वंशज माने जाते हैं। विख्यात सिद्धर्षि कपिल प्रजापति कर्दम और देवहूति के गर्भ से उत्पन्न भगवान विश्णु के अवतार थे। कपिल के सांख्य शास्त्र का उल्लेख अपने प्राचीनतम साहित्य में हुआ है। गीता में स्वयं कपिल का उल्लेख है। इसके आधार पर कपिल का काल कम से कम 6000 पूर्व मानना चाहिये। कपिल ने सर्वप्रथम अणुओं और परमाणुओं का गहन अध्ययन किया।